अजीनोमोटो क्या है, खाने से क्या नुकसान हो सकते है | What is Ajinomoto, what can be done by eating
अजीनोमोटो (ajeenomoto) विश्व प्रसिद्ध खाद्य स्वाद (svaad) बढाने वाला पदार्थ है। अजीनोमोटो (ajeenomoto) को मोनोसोडियम ग्लूटामैट (monosodiyam glootaamait) के नाम से भी जाना जाता है। लोग अजीनोमोटो (ajeenomoto) को चीनी नमक (cheenee namak) के नाम से भी जानते हैं। अजीनोमोटो (ajeenomoto) का उपयोग न्यूडल्स ,मंचूरियन, पास्ता, सॉस , सूप और विभिन्न अन्य खाद्य पदार्थ (padaarth) जैसे विभिन्न चीनी व्यंजनों में किया जाता है। जो हमारे देश के युवाओ द्वारा पसंद किए जाते हैं।अजीनोमोटो एक जापानी (jaapaanee) कंपनी का नाम है जो एमएसजी (msg ) का उत्पादक करती है। लोग इस चीनी नमक को इसकी कंपनी के नाम से भी जानते हैं। यह एक पदार्थ नही जापानी (jaapaanee) कंपनी इस चीनी नमक का व्यापार मोनोसोडियम ग्लूटामैट (monosodiyam glootaamait) के नाम से करती है। आमतौर पर प्राथमिक स्वाद 4 तरह के होते हैं, जो कि मीठा, खट्टा,कडवा , और नमकीन है लेकिन अजीनोमोटो (ajeenomoto) में इनमें से कोई भी प्राथमिक स्वास्थ ही होता है। इसका एक अनूठा स्वाद (svaad ) होता है जिसे उमामी नाम दिया जाता है, जो इसे अन्य खाद्य स्वाद (svaad) बढाने वालों से अलग बनाते हैं। अजीनोमोटो (ajeenomoto) का उपयोग नए स्वादिष्ट (svaadisht) और एक अद्वितीय स्वाद (svaad ) के साथ एक खाद्य पदार्थ लाने के लिए किया जाता है ।
कौन सा देश अजीनोमोटो या एमएसजी का उत्पादन करता है? (kaun sa desh ajeenomoto ya emesajee ka utpaadan karata hai )
अजीनोमोटो (ajeenomoto) का उत्पादन जापान (jaapaan) देश द्वारा किया जाता है। वर्ष 1907 में एक रसायनज्ञ नाम के डॉ. किकुने आकेड़ा द्वारा किया गया है। डॉ किकूने आकेड़ा के विचार और एक समुद्री शैवाल से उमामी नाम के इस स्वाद (svaad) को विकसित करने की कौशिश कि है । एक साल बाद इसका मतलब है की 1908 साल में के आकेड़ा एमएसजी के उत्पादन (utpaadan) की अनुमति मिली और खुद को पेटेंट मिल गया अंत मै उत्पाद (utpaad) अजीनोमोटो (ajeenomoto) प्रमाणित किया गया था और स्वास्थ के मामले मै एक हानिरहित उत्पाद के रूप मै घोषित किया गया था । जापान (jaapaan) को अजीनोमोटो (ajeenomoto) का एक पंजीकृत ट्रेडमार्क (tredamaark) भी मिला है और सूची कारखाने ने एमएसजी (msg) का बड़े पैमाने पर उत्पादन (utpaadan) शुरू किया।
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अजीनोमोटो किससे बना है? (ajeenomoto kisase bana hai)
अजीनोमोटो (ajeenomoto) या मोनो सोडियम ग्लूटामेट (monosodiyam glootaamait ) सबसे अधिक होने वाला अमीनो एसिड (ameeno esid ) का उत्पादन है यह ग्लूटामिक एसिड (glootaamik esid ) का सोडियम नमक है। हमारा शरीर भी थोक में ग्लूटामिक एसिड (glootaamik esid )भी पैदा करता है। ग्लूटामिक एसिड (glootamik esid ) जानवरों और उनके उत्पादों में भी पाया जाता है। ग्लूटामिक एसिड (glootamik esid ) के विभिन्न उदाहरण मांस, मछली, अंडे, टमाटर और मूंगफली आदि। किण्वन की प्रक्रिया द्वारा प्रोटीन (proteen) युक्त ग्लूटामिक एसिड (glootamik esid ) ग्लूटामेट में टूट जाता है। यह ग्लूटामेट आगे हमारे स्वाद रिसेप्टर्स को सक्रिय करता है और हमें पांचवें स्वाद का अनुभव कराता है। अजीनोमोटो (ajeenomoto ) एक नमक (namak) है ।
अजीनोमोटो कैसे बनाया जाता है ? (ajeenomoto kaise banaaya jaata hai)
अजीनोमोटो (ajeenomoto) किण्वन की प्रक्रिया (prakriya) के माध्यम से बनाया जाता है। अजीनोमोटो (ajeenomoto) के इस जीवन में कुछ चीनी, चुकंदर , मक्का आदि जैसे कुछ तत्व शामिल होते हैं। सबसे पहले अजीनोमोटो (ajeenomoto) को ग्लूटेन के हायड्रोलाइसिस से गेहू प्रोटीन (proteen) निकालने के लिए उत्पादित किया गया था। उसके बाद सोयाबीन से अजीनोमोटो (ajeenomoto) निकालने की कौशिश हुई अंत मै बैक्टीरियल (baiktiriyal) किण्वन का उपयोग करके अजीनोमोटो (ajeenomoto) का उत्पादन किया गया था। अजीनोमोटो (ajeenomoto) को बनाने के लिए पूर्व और विभिन्न अन्य उत्पादों के लिए किया जा रहा था । जिनका हम अपनी दिनचर्या (dinacharya) मै करते हैं।
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अजीनोमोटो के दुष्प्रभाव क्या हैं ? (ajeenomoto ke dushprabhaav kya hain)
अजीनोमोटो (ajeenomoto) आजकल हमारे देश मे बहुत आमतौर पर उपयोग किया जाता है। इसका उपयोग विभिन्न (vibhhinn) चीनी व्यंजनों के स्वाद (svaad) को बढ़ाने के लिए किया जा रहा है। जैसा कि हम जानते हैं कि हर चीज के फायदे और नुकसान दोनों होते हैं, उसी तरह अजीनोमोटो (ajeenomoto) के कुछ नुकसान भी होते है जैसे की
सबसे आम समस्या जो लोग शिकायत करते हैं वह यह है कि सेवन के बाद अजीनोमोटो (ajeenomoto) के कारण उन्हें बहुत पसीना (paseena ) आता है यह उन्हें आलसी (aalasee) भी बनाता है।
- विज्ञान ने यह भी साबित कर दिया है कि अधिक मात्रा मे सोडियम नमक (sodeeyam namak ) के सेवन से मस्तिष्क को नुकसान पहुंचा सकता है।
- छींकने और ठंड लगने जैसी गंभीर स्वास्थ्य (svaasthy) समस्याएं भी होती है ।
- इसका असर हमारे पाचन तंत्र पर भी पड़ता है, हमें अपने पेट में जलन महसूस होती है।
- सोडियम नमक (sodeeyam namak) की खपत तेजी से बढ़ती है,यह जोड़ों और मांसपेशिओ मे दर्द जैसे विभिन्न स्वास्थ मुद्दों का कारण बनता है। सोडियम नमक बहुत तेजी से घुटनों पर असर डालता है ।
- यहा तक की अतिरिक्त उपयोग हड्डियों की ताकत को भी कम कर सकता है, यहा तक की हमारी हड्डियों मे कैल्शियम की कमी हो जाती है ।
- ब्लड प्रेशर (blood preshear) की समस्या भी दिखाई दे सकती है, रक्तचाप (raktachaap) में बहोत भारी उतार-चढ़ाव दिखाई देते है ।
- एमएसजी (msg) के सेवन का प्रमुख प्रभाव अतालता है।